गुलाब जामुन भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश जैसे भारतीय उपमहाद्वीप के देशों में लोकप्रिय मिठाई है। नेपाल में इसे व्यापक रूप से रसबरी के रूप में जाना जाता है, जिसे दही के साथ या बिना दही के भी परोसा जाता है, जो सभी मौकों पर लोकप्रिय मिठाई है। यह गुंधे हुए आटे से बनता है जिसमें मुख्यत: दूध के ठोस पदार्थ शामिल हैं। परंपरागत रूप से, खोवा/मावा जो एक भारतीय दूध उत्पाद (भैंस का दूध) है, इसे कुछ आटे के साथ मिलाकर एक गेंद में बना लिया जाता है और कम तापमान (300°फ) पर गहरा तल दिया जाता है। इसे फिर चीनी के चाशनी में डाल दिया जाता है जिसमें इलायची के बीज और गुलाब जल के साथ केसर भी डाल कर स्वादिस्ट बनाया जाता है। इन दिनों, गुलाब जामुन पाउडर भी वाणिज्यिक रूप से उपलब्ध है, इसलिए यह मिठाई आसानी से तैयार की जा सकती है। गुलाब जामुन शादियों में आम है। गहरी तला हुआ मीठे गुलाबजामुन जो चीनी के चासनी में डुबोया होता है। यहां हम आपको गुलाब जामून बनाने का एक सरल और आसान नुस्खा प्रदान करते हैं।
खोया को कद्दूकस करें और छेना को मसल कर एक तरफ रखें।
इस दोनों को मिलाकर इसमें मैदा, हरी इलायची पॉउडर, बेकिंग पाउडर और थोड़ा सा पानी डाल कर इसे गूंध लें।
इसे सोलह बराबर भागों में विभाजित करें और गेंदों के रूप में आकार दें।
चीनी और दो कप पानी के साथ शर्करा का सिरप (चासनी) तैयार करें।
झाग को हटाकर सिरप साफ करें, यदि कोई हो। कढ़ाई में घी गरम करें। ये गेंद इसमें डाल कर इसे सुनहरे रंग में बदलने तक गहरे तलें। परोसने से कम से कम पन्द्रह से बीस मिनट पहले इसे निचोड़ कर फिर चासनी में डुबोये।
तेल का तापमान कम होना चाहिए नहीं तो गुलाबजामुन अंदर से कच्चे रह जाएंगे। आप गुलाब जामुन में केसर और पिस्ता नट भर सकते हैं ।
कैलोरी 303
कार्बोहायड्रेट 14.10g
प्रोटीन 21%
सोडियम 1%
कोलेस्ट्रॉल 3%